नींव के खराब होने के कारण और उपाय | Cause Of Failure Of Foundation And Its Remedies

किसी भी घर को मजबूती से टिके रहने के लिए अच्छी और मजबूत नीव की जरुरत होती है, मगर कई बार हमारी अनदेखी या ज्ञान की कमी की वजह से नीव ठीक से डाल नहीं पाते है, और वही कमिया बाद में नींव के ख़राब कारण बनती है। क्या आप जानते है, खराब नीव की वजह से न केवल दरारे आ सकती है बल्कि आपका घर भी गिर सकता है।

नीव के ख़राब पर कुछ सामान्य लक्षण दिखाई देते है

  • दरवाजे और खिड़कियाँ का ठीक से नहीं खुलना (मौसम में बदलाव भी इसका एक कारण हो सकता है)
  • फर्श में दरारें (मिटटी के बैठने से भी ऐसा हो सकता है)
  • दीवार में दरारें
  • घर का एक तरफ झुकना
  • ईंटों और चिनाई में दरारें
  • छत में दरारें, जो की छत से लेकर दीवार के नीचे तक जाती है

आइये अब समझते है, किसकी कमी की वजह से नीव ख़राब होती है, असलियत में तो कमी घर बनाने वाले लोगो (जिनका वो घर बन रहा है) की है, दरअसल ज्यादातर लोग करते क्या है वो एक ठेकेदार को बुलाते है और अपना घर बनाने को कहते है, उसको मुश्किल से एक दो बार ही देखा होता है, और वो उसपे वो पूरा भरोसा कर के की ये अच्छा है और मेरा घर ये ही बनाएगा सोच लेते है।

जब ठेकेदार काम शुरू करता है, तो मालिक को ठेकेदार से अच्छा कोई नहीं दिखता और जैसे कम आधा होता है तो थोड़ी थोड़ी आंखे खुलना शुरू होती है, जब छत डालने का नंबर आता है तब गलतियां दिखती है और काम ख़त्म होते होते तो वो ठेकेदार जो बहुत प्यारा था वो जानी दुश्मन बन जाता है।

तो इसमें घर बनाने वाले मालिक की क्या गलती है आइये समझते है, ऐसा इसलिए होता है…

घर बनाना आसान काम नहीं है, घर बनाने के लिए सोचना और उसे बनाना शुरू करना दोनों के बीच बहुत समय मिलता है, ऐसा मैंने तो 20 साल मे आज तक किसी को नहीं देखा की, कोई घर बनाने के बारे मे आज सोचे और अगले दिन से काम शुरू करवा दे।

इतना समय मिलने के बावजूद घर बनाने वाला कुछ सोचना और समझना नहीं चाहता है, उन्हें ऐसा लगता है की, जिसको मे पैसे दूंगा मेरा घर बनाना उसकी जिम्मेदारी है. जबकि वो आपका घर बनाने आता है ताकि वो कमा सके ना की आपके सपने पुरे करने।

तो ऐसा सोचना बिलकुल गलत है कि ठेकेदार घर बना देगा मुझे क्या है बस पैसे लगाने है पैसे की बात तो मे ठेकेदार से कर ही लूंगा और मेरा घर बन के तैयार हो जायेगा, सबसे अच्छा घर बनाऊंगा मेरे जैसा घर किसी का नहीं होगा। और वो ये बात सोचते भी नहीं की ठेकेदार को बताना पड़ता है की आपको कैसा घर चाहिए।

अरे भैया आंखे खोलो, दिमाग़ चलाओ ऐसे घर नहीं बनता समझो

सोचना पड़ता है, घर कैसा चाहिए क्या गलतियां हो सकती है।

आइये अब नीव के ख़राब होने के कारणों को जानते है।


प्लिंथ बीम न बनाना


प्लीथ बीम घर के सारे वजन को एक सामान कर के ज़मीन तक पहुँचती है, ताकि आपका घर का सारा वजन कही एक जगह न पड़े और आपका घर भूकंप के झटके भी झेल सके, कुछ लोगो के पास सच मे पैसे की कमी होती है और उन्हें ये भी पता होता है की, पैसो के इंतजाम के लिए कुछ दिन रुककर भी इंतजाम नहीं कर पाएंगे, ऐसे हालातो में प्लीथ बीम नहीं डालेंगे तो समझ आता है, मगर कई बार मैंने देखा है की लोग पैसे बचाने के लिए प्लीथ बीम नहीं डालते है, और सोचते है की बचा हुआ पैसा घर की सुंदरता मे लगा देंगे जैसे टाइल मे, फर्नीचर मे

अरे भाई कब समझोगे घर की सुंदरता से जरुरी, घर की मजबूती है।

चलिए थोड़ा गहराई से समझते है, ज़मीन का हिलना और धसना एक प्राकृतिक घटना है, वो तो हमेशा चलती रहती है, और प्रकृति को बदलना इंसान के बस की बात नहीं है बस वो अपना बचाव कर सकता है जितना ज्यादा अच्छा वो बचाव करेगा उतना ही ज्यादा देर तक वो बचा रहेगा।

प्लीथ बीम डालने से नीव पर बराबर वजन पड़ता है, जिससे नीव को बेहतर मजबूती मिलती है और घर टिकाऊ बनता है

प्लिंथ बीम के बारे में और ज्यादा जानने के लिए यहाँ दबाये


अच्छे मटेरिल का इस्तेमाल न करना


अगर आप नीव से पहले नीव से जुडी सभी जानकारी नहीं ले लेते और केवल ठेकेदार के भरोसे अपना काम करवा रहे है या फिर आप घर की नीव डलवाते समय से ही कंजूसी करना शुरू कर देते है तो आप बहुत बड़ी गलती कर रहे है।

आप को अगर नहीं पता है नीव कैसे डालते है, तो सबसे पहले आप नीव से जुडी हर जानकारी को इक्कठा करे और नीव डालते समय कंजूसी न करे।

अच्छे से अच्छे कंपनी के सीमेंट का इस्तेमाल करे और अगर हो सके तो PPC सीमेंट का इस्तेमाल करे।
और नीव बनवाने के बाद अगर हो सके तो वाटरप्रोफ्फिंग का काम जरूर करवाएं।

अगर आप सीमेंट के बारे में जानकारी चाहते है तो आप यहाँ क्लिक करे
अगर आपको नीव कैसे डाले सीखना चाहते है तो आप यहाँ क्लिक करे


गहरी खुदाई ना करना


नीव डालने के लिए ज़मीन कम से कम 3 फ़ीट गहरी खोदनी चाहिए और उसके बाद ये चैक करना पढ़ता है खुदाई के बाद निकली सतह मजबूत मिट्टी की है या कमजोर मिट्टी की,

अगर कमजोर मिट्टी की सतह निकलती है तो नीव डालने का तरीका बदल जाता है

कई ठेकेदार और मालिक नीव को 2 से 3 फ़ीट गहरा डाल देते है और उन्हें लगता है की उन्होंने बहुत अच्छा काम कर दिया पैसे भी बच गए और उनके जैसा समझदार भी कोई नहीं है।

नींव के ख़राब होने का मतलब होता है उसमे दरार का आना विफलता का अर्थ है एक विकसित दरार या टूटना या नींव के आधार या राफ्ट का उखड़ना कई कारणों से हो सकता है। सामान्य तौर पर, नींव की विफलता नींव के नीचे की मिट्टी की स्थिति के कारण होती है।


पड़ोस में नया घर बनाना


कई बार आपके पड़ोस में नया घर बनता है और वो 3 या 4 मंजिल ऊँचा बनता है, तो उसके वजन की वजह से वह की मिटटी बैठ जाती है जिसकी वजह से आपकी नीव को भी नुकशान पहुंच सकता है।

इससे बचने के लिए आप अपने पडोसी से पहले ही बात कर ले की अगर वो 3 या 4 मंजिल ऊँचा मकान बनता है तो उसे वो पूरी सावधानी से बनवाये और अपनी नीव डालने के लिए आराम से खुदाई करवाए।

और वो अपने घर का काम किसी इंजीनियर या किसी पेशेवर से करवाए जो ना की उसके घर को सुरक्षित रखेगा बल्कि वो ये भी ध्यान रखेगा की उसके खुदाई करने की वजह से आपके घर को कोई नुकशान न पहुंचे।


पाइपलाइन का लीक होना


अगर आपके घर के नीचे या घर के बगल से में किसी तरह की पाइप निकल रही है तो आपके लिए चेतावनी के साथ साथ ध्यान देने वाली बात है।

अगर कभी पाइप के लीक हो जाता है, तो आपकी नीव ने पानी भर सकता है और पानी भरने की वजह से मिटटी का कटाव होने लगता है जिसकी वजह से नीव पर ज्यादा दबाव पड़ता है, और उसके टूटने और ख़राब होने के चांस ज्यादा बढ़ जाते है।

इससे बचने के लिए आप घर बनाने से पहले ही चेक कर ले अगर पाइप है तो उसमे कोई लीक तो नहीं है और अगर घर बनाते समय ख़ास ध्यान रखे कही आपके काम करवाने की वजह से उसको कोई नुकशान न पहुंचे

और कई बार ये भी देखा गया है की प्लम्बर पाइप जोड़ते समय अगर गलती करे तो भी नीव में धीरे धीरे पानी भरने लगता है।

न केवल घर बनाने से पहले आपको पाइप का ध्यान देना पड़ेगा बल्कि ये भी ध्यान देना पड़ेगा की प्लम्बर ऐसी कोई गलती न करे जिससे नीव में पानी भरने की वजह से नीव को नुकशान हो।

और अपनी नीव की ताकत बढ़ने के लिए आप PPC सीमेंट का इस्तेमाल करे, और नीव बनवाते समय तराई में कोई कमी न करे।

सीमेंट के बारे में ज्यादा जानने के लिए यहाँ क्लिक करे
तराई के बारे में ज्यादा जानने के लिए यहाँ क्लिक करे


तापमान के बदलाव


तापमान में बहुत ज्यादा बदलाव में होना भी नीव के ख़राब होने का एक कारण हो सकता है।

क्योकि गर्मी के वजह से मिटटी फैलती है और ठंढ की वजह से मिटटी सिकुड़ती है….

साधारणतः मौसम में इतना बदलाव नहीं होता है, मगर अगर आप नीव बनवाते समय ध्यान नहीं देंगे सीमेंट अच्छा इस्तेमाल नहीं करते है तराई नहीं करते तो मौसम का बदलाव से आपको डरना चाहिए।

नीव सुरक्षा के लिहाज से सबसे जरुरी होती है इसके साथ किया गया कोई भी मजाक आपके साथ परेशानी का कारण बन सकता है।


आसपास पेड़ का होना


अगर आपके घर के 10 फुट के अंदर कोई पेड़ है तो आपको सोचना चाहिए क्योकि पेड़ की जड़ में नीव को तोड़ने और उसको तोड़ के घर में घुसने की ताकत होती है।
इससे बचने के लिए उस पेड़ को कटवा के साथ साथ उसकी जड़ की मिटटी खोद कर निकल दे और उस जगह पे थोड़ा सा नमक डलवा दे ताकि वह फिर से वो वो न उग पाए।

अगर आप पेड़ कटवाने जैसा गलत काम मजबूरी में कर रहे है तो उसके बदले आप कम से कम 10 पेड़ लगवाए और उनके बड़ा होने तक उनकी सुरक्षा भी करे।


मिटटी में कचरा होना


कई बार जब आप नीव बनवाने के लिए खुदाई करते है, तो उसमे से कचरा निकल सकता है,

अगर ऐसा होता है, तो नीव के लिए खुदाई तब तक करनी चाहिए जब तक आपको साफ़ जमीन न मिल जाए।

अगर आपको नीव कैसे डाले सीखना चाहते है तो आप यहाँ क्लिक करे

Was this helpful?

1 / 0

पढ़ के कैसा लगा, कमेंट करे

0Shares
error: Content is protected !!