सीमेंट (Cement)

घर बनाने और निर्माण के कामो में कई तरह के सीमेंट का इस्तेमाल किया जाता है, सीमेंट जरुरी चीज है, जिसकी वजह से आपके घर के निर्माण को मजबूती मिलती है।

अलग अलग कामो के लिए अलग अलग तरह के सीमेंट होते हैं।

हम इन्हे दो हिस्सों मे बाँट देते हूँ,

  • सामान्य कामो के लिए इस्तेमाल होने वाले सीमेंट
  • कुछ ख़ास जरूरतों को पूरा करने वाले सीमेंट जो कही कही काम आते है

सामान्य कामो के लिए इस्तेमाल होने वाले सीमेंट

साधारण पोर्टलैंड सीमेंट (OPC)

साधारण पोर्टलैंड सीमेंट (ओपीसी) – वैसे तो हर तरह के सीमेंट मार्किट में मिल जाते है मगर OPC सीमेंट सबसे ज्यादा घर बनाने के काम में इस्तेमाल होता है घर बनाते समय इसका इस्तेमाल बहुत जगह होता है
जैसे की

  • ढलाई करने के लिए कंक्रीट बनाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है
  • ईंटो की जुड़ाई में इस्तेमाल होने वाले मसाले को बनाने में होता है
  • दीवालो पे प्लास्टर करने के लिए होता है : दीवारों को सही फिनिश देने के लिए
  • जोड़ भरने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है

कई कम्पनिया इससे अलग अलग तरह की ईंटे भी बनती है और कुछ कम्पनिया इसमें कुछ केमिकल मिला के थोड़े एडवांस सीमेंट को बनती है
कंपनियां ओपीसी को तीन अलग-अलग ग्रेडों, ग्रेड 33, 43 और 53 में मार्किट में बेचती है। वैसे तो हर ग्रेड इस IS CODE होता है इसकी वैसे तो जरुरत नहीं होती है लेकिन फिर भी आपकी जानकारी के लिए यहाँ बता देता हूँ
OPC Cement 33 Grade के लिए IS code होता है – 269
OPC Cement 43 Grade के लिए IS code होता है – 8112
OPC Cement 53 Grade के लिए IS code होता है – 12269
इन कोड का इस्तेमाल सिविल इंजीनियर और आर्किटेक्ट करते है ताकि वो कांट्रेक्टर को बता सके की उन्हें किस क्वालिटी का घर बनाना है।

** किसी भी सीमेंट को मजबूत करने के लिए उसपे तराई करना बहुत ही ज्यादा जरुरी है बिना तराई के सीमेंट में मजबूती नहीं आती है वैसे तो तराई 28 दिन की काम है तराई कैसे और कितने दिन करे ये जाने के लिए आप यहाँ क्लिक कर सकते है
– पहले दिन की सीमेंट में 16% मजबूती होती है
– तीसरे दिन की सीमेंट में 40% मजबूती होती है
– सातवे दिन की सीमेंट में 65% मजबूती होती है
– चैदहवें दिन की सीमेंट में 90% मजबूती होती है और
– अठाइसवे दिन की सीमेंट में 99% तक मजबूती होती है

सीमेंट की तराई करने से इसके अंदर भार सहने की ताकत होती है और इसे N/mm² से आंका जाता है

33 ग्रेड Cement – 3 दिन के बाद – 16 N/mm² 7 दिन के बाद – 23 N/mm² 28 दिन के बाद – 27 N/mm²
43 ग्रेड Cement – 3 दिन के बाद – 22 N/mm² 7 दिन के बाद – 33 N/mm² 28 दिन के बाद – 37 N/mm²
53 ग्रेड Cement – 3 दिन के बाद – 33 N/mm² 7 दिन के बाद – 43 N/mm² 28 दिन के बाद – 53 N/mm²

जल विरोधी सीमेंट (PPC)

ऐसे सीमेंट को मार्किट में ज्यादातर PPC के नाम से जानते है, ये सीमेंट 20 % से 40% पॉज़ोलाना नाम के सामग्री (जिसके अंदर फ्लाई ऐश, ज्वालामुखी टफ, मिट्टी और शेल और चावल की भूसी राख जैसी चीजे मिलायी जाती है) या पॉज़ोलानिक क्लिंकर और 60 से 80% OPC सीमेंट को मिला के बनाया जाता है। ये सीमेंट पक्का होने के बाद पानी से जल्दी ख़राब नहीं होता है, इससे सीमेंट की मजबूती बढ़ जाती है, और ये कई सालो तक ठीक बना रहता है।

ये खरे पानी वाली जगह और जिस जगह पानी के इमारतों को नुक्सान पहुंचने के समस्या आती है वहां इस्तेमाल किया जाता है। जैसे की
– जो हिस्सा पानी मे डूबा रहेगा
– टॉयलेट के टैंक
– पानी के टैंक
– पुलों के निर्माण
– खम्भों को बनाए में
– बांधों को बनाने में

ज्यादातर PPC सीमेंट का इस्तेमाल होता है।


कुछ ख़ास जरूरतों को पूरा करने वाले सीमेंट

कुछ ख़ास जरूरतों को पूरा करने वाले सीमेंट जो कही कही काम आते है ‘

Rapid hardening Cement

Rapid – तेज
Hardening – सख्त
Cement – सीमेंट

जैसा की इसके नाम से पता चल रहा होता की ये रैपिड यानि तुरंत या कह ले फटाफट सेट होने के लिए किया जाता है ये सीमेंट कुछ खास तरह की चीजों को मिला के बनाया जाता है वैसे तो यहाँ ये बताने की जरुरत नहीं है के किन चीज़ो को मिलाया जाता है पर फिर भी मे आपको जानकारी के लिए थोड़ी बहुत चीज़े आपको बताता रहूँगा जिससे आपका ज्यां बढ़ता जाए और जल्दी से आपको कोई बेवकूफ न बना पाए और आप अपना घर वैसे बना पाए जैसा की आप चाहते है
ये सीमेंट बहुत ही तेजी से जमता है और तुरंत सेट हो जाता है और इसकी मजबूती भी अच्छी होती है।
इसके अंदर ज्यादा C3S और कम मात्रा में C2S को मिलाया जाता है जिसकी वजह से ये जल्दी से सेट हो जाता है और मजबूती भी बढ़ जाती है इसका इस्तेमाल पानी के अंदर की निर्माण करने और रोड के निर्माण करने और कुछ जगह जहा टाइम को बचाने के लिए बीम या कॉलम की ढलाई में इस्तेमाल किया जाता है

Extra rapid hardening Cement

Extra – ज्यादा
Rapid – तेज
Hardening – सख्त
Cement – सीमेंट

ये सीमेंट थोड़ा सा और एडवांस होता है Rapid Hardening Portland Cement से इसके अंदर कालकियम क्लोराइड को भी मिला दिया जाता है जिसकी वजह से जैसे ही इसमें पानी मिलाया जाता है वैसे ही कैल्शियम होने की वजह से गर्म हो जाता है और तुरंत सेट होने के लिए तैयार हो जाता है और कैल्शियम की वजह से इसे बहुत ज्यादा मजबूती भी मिल जाती है आप ये मान लो की ये आम सीमेंट से 25 % ज्यादा मजबूत होता है और ये बहुत ठंडी जगहों पे इस्तेमाल किया जाता है जाया बर्फ पड़ती हो।

लो हीट सीमेंट (Low heat Cement)
Low – कम
Heat – गर्म
Cement – सीमेंट

इस सीमेंट में जब पानी मिलते है, तो इसके अंदर कम गर्मी निकलती है, और ये सेट होने में भी ज्यादा टाइम लगता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकी इस सीमेंट में ट्राइकैल्शियम एल्यूमिनेट के प्रतिशत को 6% से नीचे रखा जाता है, और C2S को बढ़ा दिया जाता है। ऐसा करने से इसमें जल्दी सेट होने वाला गुण तो नहीं रहता, मगर ऐसा करने की वजह से इसके सेट होने के बाद भी दरार नहीं आती है।
अब सवाल ये है, इतने देर से सेट होने वाले सीमेंट की जरूरत क्या है, तो हम आपको बता दे की इसकी जरुरत वहां पड़ती है, जहा बहुत ही बड़ी मात्रा पे काम चलता है, जैसे बांध बनने में जहा पे किसी भी कीमत पे दरार नहीं आनी चाहिए।

सलफेट रोधी सीमेंट (Sulfate-Resisting Portland Cement)

ये सीमेंट का इस्तेमाल ज्यादातर उन इलाको में किया जाता है, जो नदी, समुंदर या किसी ऐसी जगह जहा की मिट्टी में ज्यादा सलफेट पाया जाता है, जो यहाँ पानी भरा रहता हो, इस सीमेंट में काफी मात्रा में सिलिकेट नाम का तत्व होता है, जिसकी वजह से इसे खारे पानी के अंदर डूबने के बाद भी कोई दिक्कत नहीं होती है।
और इसका इस्तेमाल समुंदर के किनारे गोदाम या किसी भी तरह के निर्माण के लिए और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट(गन्दा पानी साफ़ करने वाली जगह) और पानी साफ़ करने वाले प्लांट के लिए भी किया जाता है।

सफ़ेद सीमेंट (White Portland Cement)

ये सीमेंट बिलकुल OPC सीमेंट की तरह होता है बस इसकी मजबूती थोड़ी कम होती है वाइट सीमेंट बहुत ही आसानी से मार्किट में मिल जाता है।
इसका इस्तेमाल ज्यादातर पेंटर दिवार पे पेंट करने से पहले बेस कोट के लिए करते है, और पत्थर टाइल वाले अपने जॉइंट को भरने के लिए करते है

रंग वाला सीमेंट (Colored Cement)

ये खास टाइल पत्थर वालो के लिए होता है इसे ग्राउट (Grout) भी कहते है इसके अंदर जरुरत की हिसाब से रंग मिलाया जाता है जिसके बाद ये अलग अलग रंगो में बाजार में बिकने के लिए आ जाता है।

कुछ ख़ास TIPS & TRICKS

  • (सीमेंट और खाने का सोडा) अगर आप सीमेंट को जल्दी से जल्दी सेट करना चाहते है तो आप उसमे खाने वाला सोडा मिला सकते है (1 kg सीमेंट में 100 grm सोडा) ये थोड़ा मंहगा तो पड़ता है पर कही कही पर सीमेंट तो जल्दी से जल्दी सेट करना पड़ता है तो उस जगह आप इस ट्रिक का फायदा उठा सकते है
  • (सीमेंट और POP) एक और तरीका है सीमेंट को जल्दी से जल्दी सेट करने का मगर पूरी तरह से मजबूत नहीं होता क्योकि आपको सीमेंट में आपको थोड़ी मात्रा में POP (1 kg सीमेंट में 100 grm POP) मिलनी पड़ती है ये ख़ास मंहगा तो नहीं पड़ता है पर कही कही पर इसका इस्तेमाल कर सकते है कुछ जगहों पर आप इस ट्रिक का फायदा उठा सकते है।

हमारी पोस्ट “सीमेंट (Cement)” को पढ़ने के लिए धन्यवाद !!!
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