प्रॉपर्टी कहाँ लेनी चाहिए ??

प्रॉपर्टी किस तरह के इलाके (AREA) में लेनी चाहिए ??

प्रॉपर्टी लेने के लिए आपको अपनी जरूरतों को जानना जरुरी है, हर प्रॉपर्टी के अपने फायदे और अपने नुकसान है, सवाल ये है की प्रॉपर्टी लेने वाले ने उस प्रॉपर्टी को किस नजरिये से देखा है। ध्यान रहे, की आजकल लोग केवल खुद की जरूरतों को ही देखते है, और अपने परिवार की जरूरतों को नजरअंदाज कर देते है, जबकि ऐसा भूल कर भी नहीं करना चाहिए, नहीं तो आप घर तो ले लोगे, लेकिन उसे लम्बे समय तक बसा हुआ नहीं देख पाओगे। सरकारी बिजली और पानी के अलावा भी बहुत चीजे होती है, जिनको नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, उनको जानने के लिए इस पोस्ट को पूरा पढ़े “प्रॉपर्टी कहाँ लेनी चाहिए”।

कोई भी प्रॉपर्टी लेने के दो नजरिये मुख्य होते है
1) केवल रहने के लिए (Property for Residence)
2) और निवेश के लिए (Property for Investment)

मगर आजकल के हालत को देखते हुए तीसरा नजरिया भी आ गया है, जिससे की हमारी दोनों प्रॉब्लम हल हो जाये, उसमे हम रह भी सके और उसको खरीदने के लिए जो पैसे हमने लगाए है, वो भी वक़्त के साथ साथ बढ़ते रहे ऐसे नजरिये को आम बोलचाल में स्मार्ट इन्वेस्टमेंट (Smart Investment) कहते है उसके बारे में हम आगे बताएँगे, मगर अगर आप ये ब्लॉग और पोस्ट पूरा पढ़ेंगे तो आपको बहुत सारी ऐसी जानकारिया मिलेंगी, जिसके बारे में आपने सोचा नहीं होगा।


आइये पहले हम समझते है,

रहने के लिए (Property for Residence)

अगर आप केवल रहने के लिए (Property for Residence) प्रॉपर्टी ढूंढ रहे है, जहा आप घर लेना चाह रहे है, अगर उस जगह आप पहले से रह रहे है चाहें किराए(Rent)पे तो उस जगह के बारे में पक्का करना आसान है की उस जगह घर लेना है या नहीं मगर अगर आप ऐसी जगह घर ले रहे है जहा के बारे में कुछ ख़ास नहीं पता या आप थोड़ा घबरा रहे है तो भी चिंता की कोई बात नहीं है, उसके कुछ आसान से नियम है, जैसे आप अपने बजट और जरुरत के हिसाब से घर ढूंढे, परिवार के साथ बातचीत करे और बड़ो से सलाह करे, और कुछ जरुरी बाते है, जो हम आपको बता देते है ताकि आपको घर खरीने में कोई परेशानी ना हो और घर खरीदते समय होने वाली गलतियों से भी बचा जा सके।

केन्द्रीयता का नियम

इस नियम के हिसाब से आप जिस भी राज्य या शहर में घर खरीद रहे है, और अगर आपका बजट है, तो कोशिश करिए की आप जितना हो सके, शहर का वो हिस्सा जो विकसित है, और चारो तरफ से सुविधाओं से घिरा हुआ है, उस जगह पे घर ले ताकि आपको हर तरह की सुविधाए मिल सके, केन्द्रीयता के इस नियम को अंग्रेजी भाषा में Law of Centrality भी कहते है, जिस भी जगह आप प्रॉपर्टी की खोज कर रहे है, कोशिश करो की आप बजट के हिसाब से उस एरिया में जितना हो सके बीच में जाये सेंटर (Center) में बहुत सारे फायदे आपको अपने आप मिलने लगेंगे, जितना आप बाहर की तरफ या दूसरे शब्दों में कहे, बॉर्डर की तरफ जायेंगे तो, उतना ही आपको सस्ता घर मिलने की सम्भावना बढ़ेगी, मगर उस जगह को विकसित होने में उतना ही ज्यादा समय(Time) भी लगेगा हो ज्यादातर मामलो में आपको 10 से 15 साल तो आराम से लग ही जाते है। अगर आपके पास इतना समय है तो आप बॉडर की तरफ भी अपना घर ले सकते है।


सोच समझ के जगह का चुनाव करना

आप घर की लोकेशन को बड़े ही आराम से समझे, क्योकि एक बार आपने घर ले लिया तो उसके बाद आप कुछ नहीं कर सकते है, प्रॉपर्टी लेने से पहले आप ये जरूर पता कर ले की जहा पे आप प्रॉपर्टी ले रहे है, वह से कौन कौन रास्ते निकलते है और किसी जगह जाने के लिए रास्ता निकलता है। क्योकि समय के साथ उस जगह क्या विकास हो सकता है इसका भी आप आसानी से अंदाजा लगा लेंगे।

यहाँ हम आपको, घर में रहने वाले लोगो की जरुरी सुविधाओं की लिस्ट बता रहे है, जिसके हिसाब से आप चेक कर सकते है, की आप कही कुछ भूल तो नहीं रहे है।

बीमार के लिए (Patient) – हॉस्पिटल, और हॉस्पिटल से जुडी सुविधाए , पार्क
– छात्र (Student) –
स्कूल, टूशन सेंटर, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, पार्क, मार्किट
– बुजुर्ग –
पार्क, ओल्ड ऐज क्लब, हॉस्पिटल, और हॉस्पिटल से जुडी सुविधाए ,
– घरेलु महिलाएँ –
मार्किट, बैंक, हेल्थ क्लब
– पुरुष या महिला –
पास में बिज़नेस या जॉब, बैंक, हेल्थ क्लब
– परिवार –
घूमने की जगह, शादी घर, बस स्टैंड, बस डिपो, रेलवे स्टेशन, एयर पोर्ट, पोलिश स्टेशन


आस-पड़ोस की जानकारी

पड़ोस के बारे में तो सोचना भी बहुत जरुरी पहलु है, क्योकि हमारा समाज बहुत सारे हिस्सों में बांटा हुआ है जैसे बिज़नेस करने वाले, नौकरी करने वाले, गरीब तबका, अमीर तबका, और भी कई पहलु हो सकते है जैसे किसी इलाको में मार्किट बहुत ज्यादा है तो किसी इलाके में स्कूल बहुत है तो कही हॉस्पिटल बहुत है या फिर ऐसी जगह भी है जहा तक बहुत सी सुविधाए अभी तक नहीं पहुंची है, इसके ऊपर भी आपका ध्यान पूरा होना चाहिए नहीं तो ऐसे कई मामले देखे गए है जहा लोगो ने थोड़ा बहुत देखा और फिर बिना सोचा घर खरीद लिया फिर उसके बाद उसे घर बेचना पड़ा।


सरकारी विकास

सरकारी विकास को दो तरह से देखा जाता है
i ) जो हो चूका है, और दूसरा
ii ) जो होना अभी बाकि है।

देखिये सरकारी विकास को लोग कुछ ख़ास नहीं लेते है उन्हें लगता है की सरकारी विकास से उन्हें कोई ख़ास फर्क नहीं पड़ता है ऐसी सोच को मैं ये बता देता हूँ की आप एक देश में रहते है जहाँ पे सरकार का ही राज चलता है और सरकार कुछ भी कर सकती है, बंजर जमीन पे शॉपिंग काम्प्लेक्स या फिर बस अड्डा बना के सस्ती जमीन को महंगा बना सकती है, और अगर किसी के घर के पास गन्दा नाला या शमशान घाट निकल दे, तो लाखो की जमीन का रेट रातो रात गिर जायेगा।

सरकार बहुत जगह डेवलपमेंट का काम करती रहती है, तो घर लेने से पहले आपको ये पक्का करना होता है, की आपके घर के पास क्या क्या सरकारी विकास के काम हो चुके है, और क्या क्या होना बाकि है, इस बात पे प्रॉपर्टी के रेट पे बहुत फर्क पड़ता है।

जो भी सरकारी विकास जो पहले ही हो चुके है, उसमे तो कोई खास समझने वाली बात नहीं है, मगर सवाल तब खड़े होते है जब कोई सरकारी काम होना बाकी है, अगर ऐसी कोई खबर नहीं तो कोई ख़ास दिक्कत नहीं अगर है तो समझने वाली बात है।


हरियाली

आपको ये भी देखना जरुरी है, की आप जहा घर ले रहे है, उसके आसपास पेड़ पौधे और खुली जगह है या नहीं , क्योकि अगर ऐसा नहीं होगा तो आपकी सारी जिंदगी(Life) केवल काम करते हुए ही निकल जाएगी और आपको तनाव भी रहने लगेगा, आपने सुना तो होगा ही पहला सुख निरोगी काया और निरोगी काया के लिए पेड़ पौधों का होना सबसे ज्यादा जरुरी है। आप प्रकृति की सुंदरता को देख नहीं पाएंगे, और अपनी सेहत का ध्यान ठीक से नहीं रखेंगे तो आप ये समझ ले, आप जितने भी पैसे जोड़ ले, आप आखिर में उन पैसो को किसी डॉक्टर को देने की तैयारी कर रहे है।


सार्वजनिक परिवहन

आपको सार्वजनिक परिवहन का भी ध्यान रखना चाहिए, अगर आपके पास गाड़ी है भी, तो भी कई लोग आपके घर आने वाले ऐसे होते है जिनके पास कोई गाड़ी नहीं होती है, उसके लिए आप ये भी देख ले, की टेम्पो, बसे, रिक्शा और ऑटो चलती है या नहीं, कही आप ऐसी जगह तो घर नहीं ले रहे, जहा पे आपके घर आने-जाने वालो को मुसीबत का सामना करना पड़े।


निवेश के लिए (Property for Investment)

ये प्रॉपर्टी इसलिए खरीदी जाती है की इसको बेच के फायदा कमाया जा सके देखिये ये कोई अलग प्रॉपर्टी नहीं होती क्योकि जो भी इसे आखरी में खरीदेगा वो तो कम से कम रहने के लिए ही खरीदेगा।

अगर आप इंतजार कर सकते है, तो हमेशा शहर के बाहर की तरफ प्रॉपर्टी खरीदे और हो सके तो उसे जगह को खरीदने के बाद किसी को किराये पे चढ़ा दे, ऐसा करने के थोड़े दिनों के बाद ही आप देखेंगे की आपकी प्रॉपर्टी धीरे धीरे विकास की तरफ जा रही है, और उसके रेट बहुत तेजी से बढ़ रहे है।

बस इसके लिए आपको पहले ही समझना पड़ता है, की क्या क्या विकास हो सकता है, क्योकि अगर वहा पहले ही विकास हो जायेगा तो रेट भी बढ़ ही जायेगा, और ये बात तो साफ़ है की एक बार विकास हो जाये तो इसके बाद रेट के बढ़ने की दर कम हो जाती है और ऐसी जगह रहने के लिए तो बहुत अच्छी होती है मगर ज्यादा फायदा नहीं होता है। जितनी जल्दी आप इस बात को समझेंगे उतना ज्यादा फायदा आप कमा सकते है, और जितनी जल्दबाजी आप करेंगे, उतना नुकसान होने के सम्भावना भी बढ़ जाती है। इसका हल ये है की जो भी आप समझे है,

उसकी कसौटी क्या है, ये भी समझे जैसे की आपको पता चलता है, कि कही पे एयरपोर्ट बनने वाला है, और आप उस जगह बिना समझे पैसा लगा देंगे, तो आप फस जायेंगे, और आपको नुकसान उठाना पड़ेगा, अब आपको ये समझना पड़ेगा, की कही ये केवल एक अफवाह तो नहीं है, क्योकि कई बार ऐसे लोग जो प्रॉपर्टी को खरीदने और बेचने का काम करते है, वो इस तरह की झूठी खबरों की मार्किट में फैला देते है, उसके बाद जल्दी और ऊँचे दामों पे घर या जमीन बेच के गायब हो जाते है, इससे बचने के लिए आपको ये जाना जरुरी है, की ये खबर कितनी पक्की है

जितनी ज्यादा खबर पक्की तो उतना ज्यादा मुनाफा पक्का

अब एक बात और जरुरी है की ये भी जानना पड़ेगा की कितने दिनों के बाद ऐसा होगा क्योकि अगर वह एयरपोर्ट 20 साल बाद बनना शुरू होगा तो आपको फायदे के किये बहुत ज्यादा रुकना पड़ेगा आपको देखना पड़ेगा की इतने दिनों तक आप रुक भी सकते है या नहीं।

इस बात से निवेशकों के मुनाफे में बहुत फर्क पड़ता है, की उसके प्रॉपर्टी के आस पास कौन-कौन सी सुविधाए आने वाली है और कौन कौन सी सुविधाए पहले से है।

उदाहरण के लिए :-
किसी भी गांव से शहरो के घरो की कीमत ज्यादा होती है, और जगह भी कम होती है, क्योकि की शहरो में ज्यादा सुविधाए मिलती है किसी भी गांव की तुलना में।

आइये अब हम उस बात पे आते है जिसे जिसे लोग रहने और निवेश के नजरिये से देखते है


रहने और निवेश दोनों के लिए (Smart Investment)

पहले दो नजरिये तो बहुत ही आसान है, समझने के लिए, बस दिक्कत वह से शुरू हो जाता है, जहा आप तीसरा विकल्प (Option) चुनते हो तीसरे विकल्प (Option) को ठीक से समझने के लिए आपको पहले दो विकल्प(Option) ढंग से समझने होंगे। एक बात हम आपको और बता दे ये बहुत ही बड़ा टॉपिक है, और हम यहाँ आपको कम शब्दो में समझा रहे है, अगर आपको कोई बात समझ नहीं आये तो आप हमें कमेंट या ईमेल भी कर सकते है।

इस नजरिये को देखने वाले भी कम से कम दो तरह के लोग होते है

i ) पहले वो जिनके लिए पैसे बढ़ते रहने चाहिए, उन्हें बेचने की कोई जल्दी नहीं होती है और
ii ) दूसरे वो जिनके हिसाब से अगर उन्हें अच्छे पैसे मिल जाये, तो वो तुरंत बेच देंगे और कोई दूसरी प्रॉपर्टी ले लेंगे

अगर अपने पहले दोनों पॉइंट ठीक से पढ़े है, तो अब तक आपको ये बात समझ आ गयी होगी की रहने के लिए लोग विकास होने के बाद प्रॉपर्टी को खरीदते है। और निवेश के लिए बहुत पहले प्रॉपर्टी को खरीदना होता है मगर बिना सोचे समझे नहीं बल्कि अच्छी तरह से सोच समझ के,

और जो दोनों के बीच का समय है वो आपके लिए सबसे अच्छा समय होता है, आपको समझना पड़ेगा की आपको ज्यादा जरुरत किस चीज की है, रहने के लिए घर की या निवेश के लिए घर की,

आप ऐसा भी कर सकते है की जिस जगह पे अभी विकास होना शुरू हुआ है वह पे आप घर ले सकते है थोड़ा आपको इंतजार करना पड़ेगा मगर आपको फायदा जरूर होगा।

ये एक मिलीजुली समझदारी होती है, इसके लिए आपको कई सवालो के जवाब चाहिए होते है, उसमे से कई जवाब तो हमारी पोस्ट पढ़ के मिल गए होंगे, और जो सवाल बचे हुए है उन्हें आप यहाँ पूछ सकते है।


हमारी पोस्ट “प्रॉपर्टी कहाँ लेनी चाहिए?” को पढ़ने के लिए धन्यवाद !!!
अगर आप हमें किसी तरह की कोई जानकारी देना चाहते है तो हम आपका स्वागत करते है

Motivational Quotes

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