DPC full form in Civil Engineering | DPC क्या होता है

DPC full form in Civil Engineering | DPC क्या होता है

DPC full form in Civil Engineering – Damp Proof Course

D – Damp यानि नमी
P – Proof यानि बचाव
C – Course यानि तरीका

इसका इस्तेमाल घर को जमीन से आने वाली नमी से बचने के लिए किया जाता है। इसको बनाने के लिए सीमेंट, रोड़ी और बदरपुर के मसाले में पानी को रोकने वाला केमिकल को भी डाला जाता है और इससे नीव के ऊपर डेढ़ इंच मोटी परत बिछा दी जाती है जिससे भविष्य में नीव से पानी, दीवारों में नहीं जाता है। कई बार देखा गया है लोग केवल तारकोल, और पॉलिथीन का भी इस्तेमाल करते है मगर वो ख़ास कारगर नहीं है।

हाँ अगर आपको एक बेहतरीन DPC चाहिए तो आप DPC के ऊपर तारकोल की परत डलवा सकते है मगर वो 2 से 3 mm तक ही होनी चाहिए इससे पतली का कोई फायदा नहीं और इससे मोटी तारकोल की परत के ऊपर ईंट की जुड़ाई करवाने से प्लास्टर के बाद दरार आ जाती है।

DPC डालने का तरीका
– तारकोल की परत लगाने से पहले DPC को धो कर सूखा ले।
– फिर ब्रश की मदद से सूखी मिट्टी या मसाले को हटा दे।
– फिर पेंट ब्रश से इसे लगाए (जैसे दीवार पे सफेदी करते है)
– उसे दो घंटे सूखने दे।
– सूखने के बाद आप दोबारा से एक बार और तारकोल की परत लगवा दे।

और उसके सूखने के बाद आप अपना घर बना सकते है वो भी बिना किसी चिंता और परेशानी के।

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